याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 4 दिसंबर की रात अचानक बिजली गुल हो गई। खबरें हैं कि इसी दौरान ICU में मौजूद 2 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने बिजली गुल होने की वजह से बच्चों की मौत होने को खारिज कर दिया है। लेकिन खबरें वायरल हैं कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लाइट गोल होने से शिशुओं की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। वे खुद रायपुर से अंबिकापुर के लिए रवाना हो चुके हैं।
आईसीयू में थे नवजात
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 4 दिसंबर रविवार की रात करीब एक घंटे तक लाइट नहीं रही। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जनरेटर है। लेकिन फिर भी 2 बच्चों की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। व्हाट्सएप पर अलग-अलग आंकड़ों के साथ खबरें तैर रही हैं। लेकिन अब तक जो तथ्य सामने आए हैं उसमें 2 शिशुओं की मौत का आंकड़ा सामने आया है।
अस्पताल प्रबंधन का दावा
मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक डॉ लाईन सिंह ने द सूत्र को बताया कि, बीते चौबीस घंटे में चार शिशुओं की मौत हुई। इनमें से दो शिशुओं की मौत बीते रात को हुई, ये सभी बच्चे बेहद गंभीर थे। जिन दो बच्चों की रात को मौत हुई उसका बिजली आपूर्ति से कोई संबंध नहीं है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था है जो कि चालू था।
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भड़के मंत्री सिंहदेव, जांच के दिए आदेश
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने इस घटना पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव प्रसन्ना को जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने द सूत्र से कहा कि “मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चार बच्चों की मौत की खबर आई है। जिनमें से दो की मौत होने की सूचना है। बताया जा रहा है कि, यह मौत तब हुई जब लाइट नहीं थी। अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था है। मुझे बताया गया है कि, बिजली आपूर्ति बाधित होने से शिशुओं की मौत का संबंध नहीं है। लेकिन यह स्थिति सही नहीं है। स्वास्थ्य सचिव प्रसन्ना को जांच के आदेश दिये गए हैं। मैं खुद अंबिकापुर के लिए रवाना हो चुका हूं।”